Monthly Archives: जुलाई 2009

उपन्यास सम्राट, आलोचना सम्राट, टिप्पणी सम्राट और हास्य सम्राट

आज उपन्यास सम्राट कथाकार मुंशी प्रेमचंदजी का जन्मदिन है। इस मौके पर कई साथियों प्रेमचंदजी को याद करते हुये उनपर पोस्टें लिखीं। उनमें से कुछ के लिंक ये हैं: ‘मजबूरी’ है इसीलिए तो प्रेमचंद को याद करते हैं हम और … पढना जारी रखे

Uncategorized में प्रकाशित किया गया | 42 टिप्पणियां

सुगर क्यूब्स पिक्चर प्रजेंट्स पापाजी….और अरहर महादेव

मनोज बाजपेयी जी तेलुगु निर्देशकों की कसौटी पर खरा उतर गए और खुश हो गए. मनोज जी के मित्र आशीष विद्यार्थी जी मानते हैं कि आंध्रप्रदेश में बचपन से ही बच्चों को कड़ी मेहनत करना सिखाया जाता है. अच्छी बात … पढना जारी रखे

Uncategorized में प्रकाशित किया गया | 26 टिप्पणियां

बबुआ समीर पैदा भये, और लगे तुरत टिपियान

आज समीरलालजी का जन्मदिन है। कल सबेरे से जीतन्द्र चौधरी हमसे जिद किये हुये हैं कि समीरलाल की खिंचाई होनी चाहिये वर्ना समीरलाल को बुरा लगेगा। अब जीतेन्द्र की बात टालना , वह भी समीरलाल की खिंचाई करने का अनुरोध, … पढना जारी रखे

Uncategorized में प्रकाशित किया गया | 64 टिप्पणियां

ब्लॉग चरित मानस

नमस्कार ! चिट्ठा चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है । शेक्सपियर दादा बहुत गलत कह गए कि नाम में क्या रखा है । आज लगता है कि नाम में ही सब कुछ रखा है बाकी तो कुछ हईये नहीं । … पढना जारी रखे

Uncategorized में प्रकाशित किया गया | 44 टिप्पणियां

कारगिल,नागपंचमी और सच का सामना

ये फोटो रश्मि स्वरूप की है। रश्मि ने नन्ही लेखिका के रूप में ब्लाग लेखन की शुरुआत की है। अपने परिचय में रश्मि लिखती हैं: मात्र 9 वर्ष की आयु में चौथी कक्षा से सीधे दसवीँ प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण … पढना जारी रखे

Uncategorized में प्रकाशित किया गया | 18 टिप्पणियां

चर्चा में कलाकारी

पिछले हफ़्ते फेल ब्लॉग की चर्चा पता नहीं कितनी फेल हुई या पास, पर चलिए इस हफ़्ते कलाकृतियों के ब्लॉगों की चर्चा करते हैं. कला जगत में वैसे तो भाषा कोई मायने नहीं रखती, मगर फिर भी बहुत से हिन्दी … पढना जारी रखे

रविरतलामी में प्रकाशित किया गया | 20 टिप्पणियां

गंगूबाई हंगल : क्या शास्त्रीय गायिकाओं को पंडित या उस्ताद के समकक्ष पदवियों से पुकारे जाने का हक़ नहीं ?

शास्त्रीय संगीत जगत की जानी मानी गायिका गंगूबाई हंगल नहीं रहीं। अधिकांश शास्त्रीय संगीत समीक्षक इस बात पर एक मत हैं कि छोटे कद काठी और व्यवहार में सीधा सपाट व्यक्तित्व रखने वाली किराना घराने की इस गायिका की आवाज़ … पढना जारी रखे

मनीष कुमार में प्रकाशित किया गया | 15 टिप्पणियां

एक नीतिपरक पोस्ट की स्त्रीवादी समीक्षा

  कल्पतरू पर एक पोस्ट पढी – नई बहू के ससुराल के प्रति दायित्व के बारे में ! इस नीतिपोस्ट में व्यक्त विचार हमारे अबतक के स्त्रीवादी विमर्श को उलटकर रख दे रहे हैं ! चोखेरबाली और नारी जैसे ब्लॉगों … पढना जारी रखे

Uncategorized में प्रकाशित किया गया | 17 टिप्पणियां

खानापूर्ती वाली एक चर्चा

सूर्यग्रहण आया और चला गया. न जाने कितने दिनों की तैयारी चार-पांच मिनट में खतम. कुछ-कुछ वैसे जैसा फिल्मों में दिखाई देता है. जेल में बंद हीरो से मिलने उसकी माँ पहुँचती है. माँ-मिलन चार मिनट का हुआ नहीं कि … पढना जारी रखे

Uncategorized में प्रकाशित किया गया | 11 टिप्पणियां

सूरज चाँद से मिला और बोला – स्मार्टी आई लव यू!!

एक लाईना बिजली और विवेक ने तुड़वाई पंखे की सगाई : बिजली के झटकों से हिलेगा तो और क्या होगा भाई!! ताऊ गया बाबा समीरानंद के हिमालय आश्रम में :बाबा समीरानन्द ताऊ को राग दरबारी में गाना सिखायेंगे दारागंज का … पढना जारी रखे

Uncategorized में प्रकाशित किया गया | 10 टिप्पणियां