-
हाल के पोस्ट
हाल ही की टिप्पणियाँ
पुरालेख
- जनवरी 2011
- दिसम्बर 2010
- नवम्बर 2010
- अक्टूबर 2010
- सितम्बर 2010
- अगस्त 2010
- जुलाई 2010
- जून 2010
- मई 2010
- अप्रैल 2010
- मार्च 2010
- फ़रवरी 2010
- जनवरी 2010
- दिसम्बर 2009
- नवम्बर 2009
- अक्टूबर 2009
- सितम्बर 2009
- अगस्त 2009
- जुलाई 2009
- जून 2009
- मई 2009
- अप्रैल 2009
- मार्च 2009
- फ़रवरी 2009
- जनवरी 2009
- दिसम्बर 2008
- नवम्बर 2008
- अक्टूबर 2008
- सितम्बर 2008
- अगस्त 2008
- जुलाई 2008
- जून 2008
- मई 2008
- अप्रैल 2008
- मार्च 2008
- फ़रवरी 2008
- दिसम्बर 2007
- नवम्बर 2007
- अक्टूबर 2007
- सितम्बर 2007
- अगस्त 2007
- जुलाई 2007
- जून 2007
- मई 2007
- अप्रैल 2007
- मार्च 2007
- फ़रवरी 2007
- जनवरी 2007
- दिसम्बर 2006
- नवम्बर 2006
- अक्टूबर 2006
- सितम्बर 2006
- अगस्त 2006
- मार्च 2006
- फ़रवरी 2006
- दिसम्बर 2005
- नवम्बर 2005
- अक्टूबर 2005
- सितम्बर 2005
- अगस्त 2005
- जुलाई 2005
- जून 2005
- मई 2005
- मार्च 2005
- जनवरी 2005
श्रेणी
- अनूप शुक्ल
- अनूप शुक्ल ०७/०१/०९
- अभय तिवारी
- आलोक
- उड़न तश्तरी
- एग्रीगेटर चर्चा
- कुश
- कोलकाता
- गिरिराज जोशी "कविराज"
- गौतम राजरिशी
- चर्चा
- चर्चा ऑन डिमाण्ड
- चिट्ठचर्चा
- चिट्ठा चर्चा
- चिट्ठाचर्चा
- जितेन्द्र
- जीतू
- डा. अनुराग
- डार्विन का विकासवाद
- डॉ .अनुराग
- तकनीक
- ताऊ रामपुरिया
- दियाबरनी
- दीपावली
- नए
- नव-वर्ष 2010
- नीलिमा
- प्रभाष जोशी
- प्रवीण त्रिवेदी ╬ PRAVEEN TRIVEDI
- प्राइमरी का मास्टर
- प्रेरक
- प्रोफाइल
- फुरसतिया
- मध्यान्हचर्चा
- मनीष कुमार
- मनोज कुमार
- मसिजीवी
- मसिजीवी
- मीनाक्षी
- रचना
- रविरतलामी
- रविवार
- रविवार्ता
- रोशनी
- लवली कुमारी
- लौ
- विज्ञान चर्चा
- विवेक
- विवेक सिंह
- शनिवार की चर्चा
- शिवकुमार मिश्र
- संजय
- संजय तिवारी
- संजय बेंगाणी
- समीक्षा
- समीर लाल
- सागर चन्द नाहर
- सुजाता
- सृजन शिल्पी
- स्वागत
- हिन्दी
- हिन्दी चिट्ठाचर्चा
- २०.१२.२००८
- २१/१२/०८
- २४/१२/०८
- २९/१२/०८
- bhagat singh
- Blogger
- blogs
- chitha charcha
- chithacharcha
- chithha charcha
- chitthacharcha
- criticism
- debashish
- ek aur anek
- Giriraj Joshi "Kaviraj"
- hindiblogs
- holi
- INDIA
- ink blogging
- Kavita Vachaknavee
- masijeevi
- neelima
- note pad
- notepad
- rakesh
- Sagar Chand Nahar
- sameer lal
- sanjay bengani
- Srijan Shilpi
- sujata
- Tarun
- Uncategorized
- vivek
- YOU TUBE
मेटा
Monthly Archives: मार्च 2007
महिला चिट्ठाचर्चाकार की शुरुआती पारी
लीजिए इस महिला चिट्ठाचर्चाकार की मेडन पोस्ट हाजिर है। आज आप सबों की चर्चा करने का सौभाग्य मुझे प्राप्त होने का समाचार मेरी रसोई के बेलन चकले, कड़ाही, साग सब्जियों, बच्चों, कामवाली बाई, कॉलेज की पुस्तकों और पतिश्री को मिला … पढना जारी रखे
चिट्ठाचर्चा, नीलिमा, रविवार, neelima में प्रकाशित किया गया
13 टिप्पणियां
कहाँ गया नारद?
चिट्ठाचर्चा सूनसान पड़ा, चर्चा कहाँ गायबअनुपजी से बतलाया यूँ, तुम ही करो अबजीतू का टर्न था, वे गये छूट्टियाँ मनानेफ्री तो हूँ ‘कविराज’, पर नहीं मेरा मनतुम्ही हो कर्णधार इसके, कहकर फुसलायाख़बर लेने का मौका है, धिरे से समझायाउनकी यह … पढना जारी रखे
Uncategorized में प्रकाशित किया गया
8 टिप्पणियां
कहाँ रहें राम?
सभी पाठकों को रामनवमीं की शुभकामनायें. इस अवसर पर संबंधित लेखन लेकर आये हमारे संजय भाई, कहते हैं हैप्पी बर्थ डे, रामजी, अभय तिवारी जी कहते हैं कहाँ रहें राम? और इसी अवसर पर यह भी खुब रही पर प्रयास … पढना जारी रखे
चिट्ठा चर्चा, समीर लाल, chithha charcha, sameer lal में प्रकाशित किया गया
3 टिप्पणियां
पिघली हुई गज़ल और बीमार चाँदनी
फिर आई रुत चर्चा की वाह मनी, माडल नाओमीकिसके उतरे कपड़ेटिंचर का उपयोग कहां हैकुछ बातें सूरज से कहां कहां पर गईं कटारेंक्या है लिये तुम्हारेकौन किसे देता शाबासीखोल ह्रदय के द्वारे हिन्दी ल्के चिट्ठे देखोहै हिन्दी का सम्मेलनएक डायरी, … पढना जारी रखे
Uncategorized में प्रकाशित किया गया
2 टिप्पणियां
नए बावर्ची का चिट्ठाचर्चा कोरमा
लीजिए हाजिर है कैफे चिट्ठा-चर्चा के इस नए बावर्ची की यह पाक विधि जिसमें मैं आपको बताउंगा कि चिट्ठा चर्चा कोरमा कैसे तैयार किया जाता है। लेकिन उससे पहले आज की सारी पोस्टों के पकवानों की सूची यहाँ देंखें। हाँ … पढना जारी रखे
चिट्ठा चर्चा, मसिजीवी, masijeevi में प्रकाशित किया गया
9 टिप्पणियां
इक सुनहरी किरण पूर्व में आ गई
अपने ब्रेक को ब्रेक करके हम फिर से आपके सामने हाजिर हैं। पहले आज प्रकाशित हुये सारे चिट्ठे देख लें यहां! इसके बाद कुछ कविता-सविता हो जाये।तो भैया कविता तो एक बड़ी धांसू लिखी है तन्हा कवि ने- अश्कों से … पढना जारी रखे
Uncategorized में प्रकाशित किया गया
3 टिप्पणियां
चर्चा के साथ-साथ अब समीक्षा भी
जब पढ़ने को बहुत कुछ हो और समय उस अनुपात में कम उपलब्ध हो तो क्या पढ़ा जाए और क्या छोड़ दिया जाए, यह तय करने के लिए फ्रांसिस बेकन का प्रसिद्ध स्वर्णिम नियम अत्यंत उपयोगी माना जाता है: Some … पढना जारी रखे
समीक्षा, सृजन शिल्पी, criticism, Srijan Shilpi में प्रकाशित किया गया
3 टिप्पणियां
जस्ट कूल ड्यूड, कुछ पॉजिटिव तो ढूंढ
कल का दिन भारत के विश्वकप से निकलने पर स्यापे के नाम रहा। स्यापा टसुये बहाकर नहीं खिलखिलाते हुये किया गया।यह आधा भरा हुआ गिलास देखने की आशावादी नजर थी। साथियों ने भारत की हार में अच्छाइयां तलाशी। सबसे पहले … पढना जारी रखे
Uncategorized में प्रकाशित किया गया
टिप्पणी करे
तकिये के नीचे पिस्तौल रखकर सोइयेगा
हिन्दी चिट्ठाकारी में पत्रकारों के पदार्पण पर अनूप के चिट्ठे ने मानो हम सब के मन की बात कह दी हो। मेरा ख्याल है कि अब इस कांड पर पटाक्षेप हो जाना चाहिये। ये पहला ऐसा मौका नहीं होगा जहाँ … पढना जारी रखे
debashish में प्रकाशित किया गया
2 टिप्पणियां
आह-हा! गाओ खुशी के गीत… चिठ्ठा चर्चा
गिरीराज जोशी पिछले कुछ समय से चर्चा नहीं कर पाये और उसकी कसर उन्होने अपन कल लिखे चिट्ठों की चर्चा में निकाल दी और आदरणीय फुरसतिया जी के लेखों से दो ढ़ाई इंच कम चर्चा लिख बैठे । उम्मीद करते … पढना जारी रखे
सागर चन्द नाहर, chithha charcha, Sagar Chand Nahar में प्रकाशित किया गया
7 टिप्पणियां